प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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प्रत्यक पु वि॰ [हिं॰] दे॰ 'प्रत्यक्ष' । उ॰—औरउ कष्ट करै अतिसै करि प्रत्यक आतम तत्व न पेषै । सुंदर भूलि गयो निज रूपहिं है कर कंकण दर्पण दैषै । —सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ५८६ ।