प्रकाशितकोशों से अर्थ
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प्रताप संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पौरुष । मरदानगी । वीरता ।
२. बल, पराक्रम आदि महत्व का ऐसा प्रभाव जिसके कारण उपद्रवी या विरोधी शांत रहें । तेज । इकबाल ।
३. मदार का पेड़ ।
४. रामचंद्र के एक सखा नाम ।
५. युवराज का छत्र ।
६. ताप । गरमी ।