प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

पूस संज्ञा पुं॰ [सं॰ पौष, पूष] हेमंत ऋतु का दूसरा चांद्रमास जिसकी पूर्णमासी तिथि को पुष्य नक्षत्र पड़ता है । अगहन के बाद और माघ के पहले का महीना । उ॰— घरहिं जमाई लौं घटयों खरो पूस दिनमान ।— बिहारी (शब्द॰) ।