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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

परभाव संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रभाव] दे॰ 'प्रभाव' । उ॰—यह सब कलयुग को परभाव । जो नृप के मन भयो कुठाव ।— सूर (शब्द॰) ।