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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नरकट संज्ञा पुं॰ [सं॰ नल] बेंत की तरह का एक प्रसिद्ध पौधा जिसकी पत्तियाँ बाँस की पत्तियों की तरह पतली और लंबी होती हैं । विशेष—इसके डठल लंबे, मजबुत और बीच से पोले होते हैं और कलमें तथा चटाइयाँ आदि बनाने के काम में आते हैं । इसके अतिरिक्त इसके डंठलों का उपयोग हुक्के की निगालियाँ, दोरियाँ और बैठने के लिये मोढ़े आदि बनाने और छतें पाटने में भी होता है । कहीं कहीं इसके रेशों से रस्से भी बनाए जाते हैं ।