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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

धारो पु ^४ संज्ञा स्त्री॰ [प्रा॰ धाडय] लुटेरों की एक जाति । उ॰— सतगुरु नायक के संग मिलि चल लूट सकै नहिं धारी ।— चरण॰ बानी, पृ॰ ९७ ।