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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

द्रवण संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ द्रवित]

१. गमन । गति । दौड़ ।

२. क्षरण । बहाव ।

३. पिघलने या पसीजने की क्रिया या भाव ।

४. हृदय पर करुणापूर्ण प्रभाव पड़ने का भाव । चित्त के कोमल होने की वृत्ति ।

५. पलायन । भागना (को॰) ।