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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

थिराना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ थिरना]

१. पानी आदि का हिलना डोलना बंद करना । क्षुब्ध जल को स्थिर होने देना ।

३. घुली हुई मैल आदि को नीचे बैठने देकर पानी को साफ करना ।

४. किसी वस्तु को जल में घोलकर और उसमें मिली हुई मैल, धूल, रेत आदि को नीचे बैठाकर साफ करना । निथारना ।

थिराना † ^२ क्रि॰ अ॰ दे॰ 'थिरना' । उ॰—दोउन कों रूप गुन दोउ बरनत फिरैं, पल न थिरात रीति नेह की नई नई ।—देव॰ ।