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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

थिरचर संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थिर + चल] स्थावर और जंगम । उ॰— तान लेत चित की चोपन सौं मोहै बृंदावन के थिर चर ।—ब्रज॰ ग्रं॰, पृ॰ १५६ ।