थालिका
हिन्दी सम्पादन
प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
थालिका ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्थालिका] दे॰ 'थाली' । उ॰—सोरह सिंगार किए पीतम को ध्यान हिए, हाथ किए मंगलमय कनक थालिका ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ २९८ ।
थालिका ^२ संज्ञा [हिं॰ थाला] वृक्ष का थाला । आलबाल । उ॰—पुरजन पूजोपहार सोभित ससि घवल धार भंजन भवभार भक्ति कल्प थालिका ।—तुलसी (शब्द॰) ।