थानी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
थानी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थानिन्]
१. स्थान का स्वामी । वह जिसका स्थान हो ।
२. दिकपाल । लोकपाल ।
३. घरवाला । स्वामी । पति । उ॰— तेरा थाने क्यों मुवा गह क्यों न राखा बाहि । सहजो बहुतक मिल छुटै चौरासी के माहि ।—सहजी॰, पृ॰ २३ ।
थानी ^२ वि॰ संपन्न । पूर्ण ।