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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

थपकी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ थपकना]

१. किसी के शरीर पर (प्यार से या आराम पहुँचाने के लिये) हथेली से धीरे धीरे पहुँचाया हुआ आघात ।

२. हाथ से धीरे धीरे ठोंकने की क्रिया । क्रि॰ प्र॰ —देना । उ॰— थपकी देने लगीं तरंगीं मार थपेड़े ।— साकेत, पृ॰, ४१३ । —लगाना ।

२. हाथ के झटके से पहुँचाया हुआ कड़ा आघात ।

३. जमीन को पीटकर चौरस करने की मुँगरी ।

४. थापी ।

५. धोबियों का मुँगरा या डंडा जिससे वे धोते समय भारी कपड़ों को पीटते हैं ।