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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

तकाई संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ताकना+ ई (प्रत्य॰)] ताकने की क्रिया या भाव ।

२. वह धन जो ताकने के बदले में दिया जाय ।