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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

तंडव पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ ताण्डव] नुत्पविशेष । एक प्रकार का नाट । जैसे,— दोऊ रति पंडित अखंडित करत काम तंडव सो मंडित कला कहूँ पूरन की ।— देव (शब्द॰) ।