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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ढूकड़ा † अव्य॰ [सं॰ √ढौक, प्रा॰ ढुक्क] पास । निकट । समीप । उ॰— वागरवाल विचारियऊ, ए मति उत्तिम कीध । साल्ह महलहूँ ढूकड़ा, ढाढ़ी डेरउ लीध ।—ढोला॰ दू॰ १८७ ।