झमंकना पु क्रि॰ स॰ [अनु॰] झम् झम् की ध्वनि होना । झंकार होना । उ॰—अवधू सहंस्त्र नाड़ी पवन चलैगा, कोटि झमंकै नादं । बहतारि चंदा बाई सोष्या किरणि प्रगटी जब आदं ।—गोरख॰, पृ॰ १९ ।