हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

झन्नाना क्रि॰ अ॰ [अनु॰]दे॰ 'झनझनाना' । उ॰—मुखर झन्नाते रहे या मूक हो सब शब्द, पोपले वाचाल ये थोथे निहोरै ।—हरी घास॰, पृ॰ २१ ।