हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ज्योतिक पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'ज्योतिषी' । उ॰—बार बार ज्योतिक सो घरी बुझि आवै । एक जाइ पहुँचे नहिं और एक पठावै ।—सूर (शब्द॰) ।