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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ज्ञोभाधायक वि॰ [सं॰] उपकारक । जिससे सौदर्य में वृद्धि हो । शोभाकर । उ॰—किंतु वामन ने उस व्यंगार्थ को भी वाच्यार्थ का उपकारक (शोभाधायक) बनाकर अलंकारों की कृक्षि (कोख) में ही रख दिया था ।—पोद्दार अभि॰ ग्रं॰, पृ॰ ४४२ ।