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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

जेत † वि॰ [हिं॰] दे॰ 'जितना' । उ॰— जेत बराती औ असवारा । आए मोर सब चाल निहारा ।—जायसी ग्रं॰, (गुप्त), पृ॰ ३११ ।