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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

गड़ुवा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गडुक] वह लोटा जिसमें पानी गिराने के लिये बत्तख का गर्दन के आकार की एक पतली टोंटी लगी रहती है । तमहा । उ॰—(क) गड़ुवन हीर पदारथ लागे । देखि विमोहे पुरुष सभागे ।—जायसे (शब्द॰) । (ख) हमारे चौपदे कुछ कड़वे होवें मगर वे हितजल के गड़वे हैं ।—चुभते॰ (भू॰), पृ॰ ८ ।

गड़ुवा ^२ संज्ञा पुं॰ सरसों के फूलों का गुच्छा या गुलदस्ता जिसे गड़ुवे में रखकर वसंत के दिन लोग मंदिरों में चढ़ाने या बड़े आदमियों को भेंट करने लिये जाते हैं ।