खनक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
खनक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. चूहा । मूसा ।
२. सेंध लगानेवाला चोर । खेंधिया चौर
३. जमीन या खान खोदनेवाला आदमी ।
४. वह स्थान जहाँ सोना आदि उत्पन्न होता हो ।
५. भूतत्व- शास्त्र जाननेवाला व्यक्ति ।
खनक ^२ संज्ञा स्त्री॰ [खन से अनु॰] खानकाने की क्रिया या भाव । खानखानाहट ।
खनक ^३ वि॰ जमीन खोदने या खाननेवाला । उ॰— हे खनक, किए जा कूप खानन, तू यहाँ बीच में ही न हार ।—दैनिकी पृ॰, ३० ।