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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

क्षीरनीर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. आलिंगन । गले लगाना ।

२. मिल जाना ।

३. दूध और जल (को॰) ।

४. दूध की तरह का जल (को॰) ।