हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ओना † ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ उदगमन, प्रा॰ उग्गवन] तालाबों में पानी के निकलने का मार्ग । निकास । उ॰—गावति बजावति नचत नाना रूप करि जहाँ तहाँ उमगत आनंद ओनो सो । केशव (शब्द॰) । मुहा॰—ओना लगना=तालाब में इतना पानी भरना कि ओने की राह से बाहर निकल चले । जैसे,—आज इतना पानी बरसा है कि कीरत सागर में ओना लग जायगा । उ॰—जमुना जल जाति डराति हुती, यहै जानति ही घर घैर हैं होनो । गंग कहै सोइ देखियै ताहि हैं जाहि जु ये जिय लाग्यो है ओनो । —गंग॰, पृ॰ ८२ ।