अकान्त
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकांत वि॰ [सं अकान्त] जो कांत न हो । जो सुंदर न हो । उ॰— हरिऔध कांत को अकांत अवलोकिहै तो, मृदुल करेजो कुल- कामिनी को छिलेहै ।—रसक॰, पृ॰ २९५ ।
अकांत वि॰ [सं अकान्त] जो कांत न हो । जो सुंदर न हो । उ॰— हरिऔध कांत को अकांत अवलोकिहै तो, मृदुल करेजो कुल- कामिनी को छिलेहै ।—रसक॰, पृ॰ २९५ ।