अकरन
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकरन ^१ पु वि॰ [सं॰ अकारण] बिना कारण । बेसबब । उ॰— कर कुठार मैं अकरन कोही । आगे अपराधी गुरुद्रोही ।— तुलसी (शब्द॰) ।
अकरन ^२ पु वि॰ [सं॰ अ+करण = कर्म] न करने योग्य । जिसका करना कठिन या असंभव हो । उ॰—दयानिधि तेरी गति लखि न परै । धर्म अधर्म अधर्म, धर्म करि अकरन करन करे ।— सूर॰, १ ।१०४ ।